उठान न होने से फुल हुए मंडी के टीन शेड, धान खरीद चौपट
मण्डी समिति में लगे धान क्रय केन्द्र पर खरीद ठप है। परिणाम स्वरूप मण्डी में लगी धान की बोरियां से टीन शेड फुल हो चुके है और बारदाना भी खाली नही हो रहा। अटैच राइसमिलर्स और ठेकेदार मंडी से धान उठाने में कोई रूचि नही रहे है। मण्डी से बाहर किसान लम्बी कतार लगाये है, लेकिन उनके धान की तौल ढर्रे पर नहीं है। किसान धान की तौल के चक्कर में परेशान हो रहा है, गेंहू बुवाई का समय है और कृषक परिवार धान लेकर सेन्टरों पर मौजूद हैं। क्रय केन्द्रों पर तौला गया धान मण्डी में लगा हुआ है और अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं पहुंच रहा हैं। कई सेन्टर प्रभारी प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित में धान उठान की समस्या से आवगत करा चुके है। लेकिन समस्या का निदान नहीं हो सका। इसके चलते किसानों को कई दिनों तक मंडी में ही रूकना पड़ रहा है। ऐसे में अगर बरसात होती है तो किसानों के पास धान को बचाने के लिए कोई उपाय नहीं होगा और धान की बर्बादी के संबंधित अधिकारी ही जिम्मेदार माने जाएंगे।
इंसेट-
मंडी गेट पर अवैध वसूली के सूचना पर पहुंचे तहसीलदार
मंडी गेट से पास होने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों से अवैध वसूली की सूचना पर तहसीलदार विजय कुमार त्रिवेदी मौके पर पहुंचे और पूरे दिन मण्डी में मौजूद रहकर व्यवस्था को देखा। लेखपालों से टोकन वितरण कराये। इस दौरान तहसीलदार ने आने जाने वाले टै्रक्टर-ट्रालियों पर भी विशेष नजर रखी। वाहनों को टोकन देकर अन्दर भेजा गया। तहसीलदार ने गाड़ी के अन्दर ही चाय-नाश्ता किया और अपनी उपस्थिति में देर शाम तक टोकन वितरण कराने का काम किया।
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