सार्वजनिक शौचालय निर्माण में घटिया सामग्री का हो रहा प्रयोग, प्रदर्शन
इंडो नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के हजारा थाना क्षेत्र के गांव शास्त्री नगर में लाखों रुपए की लागत से सरकारी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार शौचालय निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहे है। मोरंग के जगह पर रेत का प्रयोग किया जा रहा है, वही सीमेंट की मात्रा भी मानक के अनुरुप नहीं प्रयोग की जा रही है। इतना ही नहीं शौचालय निर्माण में लगायी जा रही ईंट भी घटिया किस्म की है और तो और विभाग के किसी भी जिम्मेदार की देखरेख में कार्य न होकर ठेकेदार मनमानी ढंग करा रहे है। ग्रामीणो का आरोप है की मानक के अनुरूप सामग्री प्रयोग नहीं किये जाने से शौचालय के शीघ्र गिरने की आशंका बनी हुई है। लेकिन विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है। इसके चलते ग्रामीणों में काफी रोष है। नेपाल सीमावर्ती गांव सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज व बमनपुरी भगीरथ में भी खड़ंजा वाली ईट का प्रयोग कर बालू से चुनाई करते हुए शौचालय निर्माण कराया जा रहा है। इधर ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि उक्त ग्राम सभाओं में तैनात सचिव तुलाराम की मिलीभगत से मानक के विपरीत कार्य कराते हुए सरकारी धन को चूना लगाया जा रहा है। शौचालय निर्माण कार्य में घटिया सामग्री प्रयोग करने से ग्रामीणों ने ठेकेदार व सचिव के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में इरफान अंसारी, गुलशन बेगम, अजय सिंह, गोविंद, राम सिंह, अनीता देवी, फूलमती देवी, प्रेमशीला देवी मुख्य रूप से मौजूद रहे। उधर, ग्राम विकास अधिकारी तुलाराम ने बताया है कि सार्वजनिक शौचालय निर्माण कार्य में आधी रेत व आधी मोरंग से चुनाई कराई जा रही है। ईंट देखकर बता पाएंगे। पूरनपुर ब्लाक के अभियंता शालिग राम ने बताया है कि शौचालय निर्माण में मानक के अनुसार निर्माण कार्य नहीं किए जाने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
----------------------------------------
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें