देख रेख के अभाव में नरेगा भवन बना खण्डहर
पूरनपुर-पीलीभीत। कई लाख रूपये की लागत से बना नरेगा भवन देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील हो गया है। लेकिन ग्राम प्रधान को इसकी कोई जानकारी नही है। ग्रामीण का कहना है कि ग्राम प्रधान इस और देखने भी नही आते है। इसके चलते नरेगा भवन की फर्स व दीवारें टूट गई है।
प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायतों में मनरेगा मजदूरों के लिए लाखों रूपये खर्च करके नरेगा भवन बनवाए है, लेकिन देखरेख के अभाव में मनरेगा भवन खंडहर में तबदील होते जा रहे है। लेकिन संबंधित अधिकारी इस और कोई ध्यान नही दे रहे है। मामला ग्राम पंचायत लाह का है। ग्राम पंचायत में बने नरेगा भवन की वर्षों से साफ सफाई नही की गई है। इसके चलते नरेगा भवन की फर्स व दीवरें अधिकतर टूटी पड़ी है। इसके साथ ही नरेगा भवन के आस-पास गंदगी के ढ़ेर लगे है। ग्रामीण का कहना है कि ग्राम प्रधान इस और कोई ध्यान नही दे रहे है। सरकार प्रतिवर्ष नरेगा भवन की साफ-सफाई के लिए हजारों रूपयें का बजट पास करती है, लेकिन ग्राम प्रधान उस बजट को डकार लेते है। इसके चलते नरेगा भवन की साफ-सफाई नहीं हो पा रही है। पंचायत स्तर पर स्वच्छ भारत अभियान कागजों में सिमट कर रह गया हैं।
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