उप कृषि निदेशक ने किसानों से साठा धान न लगाने की बात दोहराई
जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने हाल ही में चैनी धान लगाने पर दिखाई थी सख्ती, अब कृषि विभाग ने चेताया
रामनरेश शर्मा
पूरनपुर-पीलीभीत। हाल ही में डीएम वैभव श्रीवास्तव ने साठा धान की फसल को प्रतिबंधित करते हुए जरूरी आदेश जारी किया था। इसके बाद भी भ्रमक स्थिति उत्पन्न होने पर उप कृषि निदेशक ने साठा धान की फसल को पूरी तरह प्रतिबंधित बताते हुए दलहनी फसले लगाने की सलाह दी है।
पीलीभीत उप कृषि निदेशक यशराज सिंह ने आदेश जारी करते हुए किसानों को याद दिलाया है कि साठा धान की फसल में पानी खपत ज्यादा होती है, साठा की फसल में उर्वरक व कृषि रक्षा रसायनों, क्षम की अधिक आवश्यकता पड़ती है। इसके साथ ही हर चौथे पांचवें दिन सिंचाई के लिए पानी की भी अत्याधिक आवश्यकता होती है। इससे साठा धान फसल लगाने से लागत भी बढ़ती है, वहीं दूसरी और भू-गर्म जल का अत्याधिक दोहन होने से भू-गर्म जल का स्तर भी गिरता है। इसके चलते हाल ही में डीएम वैभव श्रीवास्तव ने साठ धान की फसल को प्रतिबंधित कर दिया है। लेकिन भ्रम की स्थिति उत्पन्न होने से किसान को लगता है कि साठा धान की फसल पर रोक नहीं है। इसके चलते किसान साठा धान की फसल लगाने की तैयारी में है। इसको लेकर पीलीभीत उपकृषि निदेशक यशराज सिंह ने आदेश जारी करते हुए साठा धान की फसल को पूरी तरह से प्रतिबंधित बताया है। उन्होंने इसके साथ ही किसानों को कम उर्वरक वाली फसलें जैसे-तरबूज की फसल, खरबूजा की फसल, खीरा, ककड़ी, एवं अन्य ग्रीष्मकालीन फसलों के साथ उर्द, मूंग, की खेती करने का सुक्षाव दिया हैं।
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