कोर्ट के आदेश पर सात माह बाद लिखा गया हत्या का मुकदमा
पूरनपुर-पीलीभीत। खेत से जबरन मिट्टी निकालने में रोड़ा बने युवक को घर से बुलाकर हत्या कर दी गई। मामले को छुपाने के लिए दुर्घटना का रूप दिया गया। हादसे में मौत होना बताकर मृतक के परिजनों को पांच लाख देने का प्रलोभन दिया गया और अंतिम संस्कार होने पर मुकर गए। इसके बाद न्याय पाने को मृतक का परिवार कोर्ट पहुंचा और सात माह बाद आधा दर्जन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ हैं।
कोतवाली क्षेत्र के गांव सिमरिया ता0 महाराजपुर में अप्रैल 2019 में जबरन मिट्टी निकालने को झगड़ा हो गया था गांव के मजरूद्दीन ने शहादत शाह का विरोध करते हुए मिट्टी खोदने से मना किया तो बात बढ़ गई। हालाकि गांव के लोगों ने बीच बचाव करा दिया था। इसके अगले दिन शहादत शाह मजरूद्दीन के घर पहुंचा और झगड़े के प्रकरण में समझौता कराने की बात कहकर उसे बुलाकर लाया। मजरूद्दीन भी टै्रक्टर ट्राली से मिट्टी निकालने का काम करता था इस लिए वह चला गया। उसके बाद मजरूद्दीन के भाई सिराजुद्दीन को खबर दी गई कि उसके भाई दुर्घटना में घायल हो गया है। अस्पताल पहुंचे परिजनों ने देखा कि मजरूद्दीन अचेत है और उसे कोई खुली चोट नहीं लगी है। रेफर के दौरान उक्त लोगों ने पांच लाख देकर उपचार कराने की बात कही। वारदात के अगले दिन मजरूद्दीन की मौत हो गई और अंतिम संस्कार के बाद पांच लाख लेने का आश्वासन मिलता रहा। फिर शहादत शाह पलट गया और रूपये देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कोर्ट पहुंचे मृतक के भाई सिराजुद्दीन पुत्र शौकत अली ने शहादत शाह, जलीस बेग, साही शाह, बिलाल बेग, उस्मान शाह व छोटे बेग निवासी सिमरिया ता0 महाराजपुर के विरूद्ध मुकदमा पंजीकरण कराने को अपील कर दी। करीब सात माह बाद उक्त लोगों के खिलाफ कोर्ट से मुकदमा दर्ज किया गया हैं।
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