गंगा दशहरा पर श्रद्धांलुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
पूरनपुर-पीलीभीत। मल मास शुरू होने से पूर्व ज्येष्ठ पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा के पावन त्यौहार पर हजारांे भक्तों ने नदियों में श्रद्धा की डुबकी लगाकर हर हर गंगे का जाप किया। धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी औैर धार्मिक अनुष्ठान के साथ पुण्य दान किये।
हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का बड़ा महात्व है। वेद पुराणों की मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ पक्ष दशमी के दिन मां गंगा की पूजा अर्चना व स्नान जीवन के सारे पाप धो देतीं हैं। गुरूवार को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर स्थानीय लोगों ने मीठे शर्बत के स्टाल लगाकर राहगीरों का गला तर किया। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोग माधोटांडा गोमती उद्गम स्थल सहित शारदा घाट, त्रिवेणी घाट पहुंचेे और आस्था की डुबकी लगाकर दान पुण्य किया। दशहरा के दिन खिचड़ी दान करने का बड़ा महात्व बताया जाता है। जो लोग आर्थिक तंगी के चलते भण्डारे आदि करने में असमर्थ हैं वे लोग गरीब, असहाय एवं साधू संतो को खिचड़ी दान करके पुण्य कमाते है। गंगा स्नान पर विशेष रूप से गोमती उद्गम स्थल के साथ साथ शारदा घाट व सिरसा के जंगल में बाबा इक्कोत्तर नाथ पर सैकड़ो श्रद्धांलुओं ने पहुंचकर स्नान ध्यान के बाद पूजा अर्चना की।
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शिक्षकों की गुटबाजी के चक्कर में भ्रमित हो रहे अधिकारी
पूरनपुर-पीलीभीत। शिक्षकों में चली आ रही गुटबाजी किसी से छुपी नहीं हैं, आये दिन कोई न कोई प्रकरण शिक्षकांे में आपसी मतभेद उजागर करते है। वर्चस्व की लड़ाई में शिक्षक अपनी मर्यादा तक भूल रहे हैं।
शिक्षक नेतागिरी के नामपर अधिकारियों पर रौब झाड़ते हैं। जब बात नेतागिरी से न बने तो यह मनमाने काम कराने के लिए कोई भी हथकंडा अपना सकते है। फिलहाल पूरनपुर में इस तरह के गुरूओं की कमी नहीं है। ये शिक्षक कम और नेता अधिक है, सही मायने में समझे तो शिक्षकों का स्तर इतना गिर चुका है कि अब इन्हें पढ़ाने से अधिक अधिकारियों के तलबे चाटने में ज्यादा मजा आता है। इसके अलावा एक दूसरे की टांग खीचना भी गुटबाजी का एक पैतरा है। मौजूदा समय में शिक्षकों के दो संगठनों में वर्चस्व की लड़ाई चर्म सीमा पर है। इसकी चर्चा से कौन? असली औैर नकली की खबरे अधिकारी वर्ग को भ्रमित कर रही है। ऐसे ही एक मामले मंे कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए एक शिक्षक संघ को फर्जी करार देते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को शिकायती पत्र दिया गया है। उक्त मामला काफी चर्चा का विषय बन चुका हैं।
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भाकिसं के जिलाउपाध्यक्ष मानोनित
पूरनपुर-पीलीभीत। नगर के पंकज काॅलोनी में हुई एक अवाश्यक बैठक में भारतीय किसान संघ का गठन किया गया। संगठन के जिलाध्यक्ष संजय पाण्डेय अधिवक्ता ने घनेन्द्र सिंह यादव को जिलाउपाध्यक्ष मनोनित किया है। बैठक में किसानों की समस्या पर चर्चा उपरांत निस्तारण की रणनीती तैयार की गई हैं।
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पूरनपुर-पीलीभीत। मल मास शुरू होने से पूर्व ज्येष्ठ पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा के पावन त्यौहार पर हजारांे भक्तों ने नदियों में श्रद्धा की डुबकी लगाकर हर हर गंगे का जाप किया। धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी औैर धार्मिक अनुष्ठान के साथ पुण्य दान किये।
हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का बड़ा महात्व है। वेद पुराणों की मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ पक्ष दशमी के दिन मां गंगा की पूजा अर्चना व स्नान जीवन के सारे पाप धो देतीं हैं। गुरूवार को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर स्थानीय लोगों ने मीठे शर्बत के स्टाल लगाकर राहगीरों का गला तर किया। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोग माधोटांडा गोमती उद्गम स्थल सहित शारदा घाट, त्रिवेणी घाट पहुंचेे और आस्था की डुबकी लगाकर दान पुण्य किया। दशहरा के दिन खिचड़ी दान करने का बड़ा महात्व बताया जाता है। जो लोग आर्थिक तंगी के चलते भण्डारे आदि करने में असमर्थ हैं वे लोग गरीब, असहाय एवं साधू संतो को खिचड़ी दान करके पुण्य कमाते है। गंगा स्नान पर विशेष रूप से गोमती उद्गम स्थल के साथ साथ शारदा घाट व सिरसा के जंगल में बाबा इक्कोत्तर नाथ पर सैकड़ो श्रद्धांलुओं ने पहुंचकर स्नान ध्यान के बाद पूजा अर्चना की।
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शिक्षकों की गुटबाजी के चक्कर में भ्रमित हो रहे अधिकारी
पूरनपुर-पीलीभीत। शिक्षकों में चली आ रही गुटबाजी किसी से छुपी नहीं हैं, आये दिन कोई न कोई प्रकरण शिक्षकांे में आपसी मतभेद उजागर करते है। वर्चस्व की लड़ाई में शिक्षक अपनी मर्यादा तक भूल रहे हैं।
शिक्षक नेतागिरी के नामपर अधिकारियों पर रौब झाड़ते हैं। जब बात नेतागिरी से न बने तो यह मनमाने काम कराने के लिए कोई भी हथकंडा अपना सकते है। फिलहाल पूरनपुर में इस तरह के गुरूओं की कमी नहीं है। ये शिक्षक कम और नेता अधिक है, सही मायने में समझे तो शिक्षकों का स्तर इतना गिर चुका है कि अब इन्हें पढ़ाने से अधिक अधिकारियों के तलबे चाटने में ज्यादा मजा आता है। इसके अलावा एक दूसरे की टांग खीचना भी गुटबाजी का एक पैतरा है। मौजूदा समय में शिक्षकों के दो संगठनों में वर्चस्व की लड़ाई चर्म सीमा पर है। इसकी चर्चा से कौन? असली औैर नकली की खबरे अधिकारी वर्ग को भ्रमित कर रही है। ऐसे ही एक मामले मंे कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए एक शिक्षक संघ को फर्जी करार देते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को शिकायती पत्र दिया गया है। उक्त मामला काफी चर्चा का विषय बन चुका हैं।
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भाकिसं के जिलाउपाध्यक्ष मानोनित
पूरनपुर-पीलीभीत। नगर के पंकज काॅलोनी में हुई एक अवाश्यक बैठक में भारतीय किसान संघ का गठन किया गया। संगठन के जिलाध्यक्ष संजय पाण्डेय अधिवक्ता ने घनेन्द्र सिंह यादव को जिलाउपाध्यक्ष मनोनित किया है। बैठक में किसानों की समस्या पर चर्चा उपरांत निस्तारण की रणनीती तैयार की गई हैं।
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उपजिलाधिकारी को लिखा खाद्य सुरक्षा योजना में चल रहे घपले का पत्र
पूरनपुर-पीलीभीत। जिला पंचायत सदस्य ने उपजिलाधिकारी को पत्र लिखकर खाद्य सुरक्षा योजना में चल रहे घपले को उजागर किया है। उन्होंने सरकार की मंशा के अनुरूप राशन वितरण कराने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य अर्चना वर्मा ने एसडीएम जेपी चैहान को शिकायती पत्र के माध्यम से आवगत कराया है कि खाद्य सुरक्षा कानून के तहत प्रत्येक गांव में 80 प्रतिशत लोगों को योजना लाभ दिया जाना चाहिए, लेकिन संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली से इसका परसेंट प्रति गांव भिन्न हो गया है। कही 90 तो कहीं 50/60 प्रतिशत लाभ दिया जा रहा है। इस स्थिति मंे बड़ी संख्या में पात्र व्यक्ति खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पाने से वंचित हैं। जिला पंचायत सदस्य अर्चना वर्मा ने जनहित को ध्यान में रखते हुए पात्र ग्रामीणों को योजना का लाभ दिलाने की मांग की हैं। इसके अलावा 94वें गांवो के नाम गलत फीडिंग होने की शिकायत की गई हैं।
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पूरनपुर-पीलीभीत। जिला पंचायत सदस्य ने उपजिलाधिकारी को पत्र लिखकर खाद्य सुरक्षा योजना में चल रहे घपले को उजागर किया है। उन्होंने सरकार की मंशा के अनुरूप राशन वितरण कराने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य अर्चना वर्मा ने एसडीएम जेपी चैहान को शिकायती पत्र के माध्यम से आवगत कराया है कि खाद्य सुरक्षा कानून के तहत प्रत्येक गांव में 80 प्रतिशत लोगों को योजना लाभ दिया जाना चाहिए, लेकिन संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली से इसका परसेंट प्रति गांव भिन्न हो गया है। कही 90 तो कहीं 50/60 प्रतिशत लाभ दिया जा रहा है। इस स्थिति मंे बड़ी संख्या में पात्र व्यक्ति खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पाने से वंचित हैं। जिला पंचायत सदस्य अर्चना वर्मा ने जनहित को ध्यान में रखते हुए पात्र ग्रामीणों को योजना का लाभ दिलाने की मांग की हैं। इसके अलावा 94वें गांवो के नाम गलत फीडिंग होने की शिकायत की गई हैं।
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