पूरनपुर की सुन्दरता को गृहण लगा रहे व्यापारी, प्रशासन मौन
रामनरेश शर्मा (सरल)
पूरनपुर-पीलीभीत। जैसा कि पिछले सप्ताह दौरे पर आयीं केन्द्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी ने नगर में प्रवेश करने से पहले आसाम हाइवे पर लगे बड़े बड़े कूड़े के ढेर देखकर नाराजगी व्यक्त की थीं। उन्होंने कहा था कि पूरनपुर एक सुन्दर शहर इसे कूड़े के ढेर में तब्दील न करें, शायद उनके इस बयान को एक खबर की तरह पढ़कर नगर के संभ्रात लोग ही भूल गए।
हम बात कर रहे है नगर के पढ़े लिखे व्यापारियों की जो दुकान लगाते समय ये भूल जाते है कि वे दुकान के अंदर समान को सजा रहे है या फिर रोड पर। अतिक्रमण से नगर के मेन रोड तंग गलियों की तरह हो चुके है। इन मांर्गो पर घंटो जाम लगता है और कोई देखने वाला नहीं है। हा इतना जरूर है जब प्रशासन इन अतिक्रमणकारी व्यापारियों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी करता है तो संगठन के नामपर अधिकारियों की घेराबंदी शुरू हो जाती है। इसके साथ अतिक्रमण हटाओं अभियान का रूख गरीब ठेला व फड़ लगाये लोगों को भुगतना पड़ता है। नाले के ऊपर व टीन सैट के नीचे कपड़े एवं तिरपाल टांगकर रास्तों को अवरूद्ध किया जा रहा है। इसके लिए व्यापारी ही जिम्मेदार है। बड़ी दिक्कत उस समय होती है जब छात्र स्कूल से घर लौटते है। इधर, दूर दराज के लोग शहर में खरीदारी कर रहे होते है और दुकानों के सामने खड़े वाहन भयंकर समस्या का रूप ले लेते है। ऐसी स्थिति में ये कहना अनुचित नहीं होगा कि पूरनपुर की सुन्दरता को व्यापारी ही गृहण लगाने का काम कर रहे है।
इंसेट बयान-
विजयपाल विक्की, व्यापारी नेता
ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, व्यापार मण्डल कभी विरोध नहीं करेंगा। हम प्रशासन के साथ है।
इंसेट बयान-
कपिल गुप्ता, नागरिक
इस समस्या का समाधान तो प्रशासन को करना है। जो अभी तक फिसड्डी साबित हो रहा है, जाम की समस्या बहुत है। कोतवाली के पास का मंजर देखने लायक है।
इंसेट बयान-
नोमान अली वारसी, सपा नेता
अतिक्रमण हटाओं अभियान सिर्फ गरीबों के खोखे और ठेले हटाने एवं छोटे व्यापारियों को उजाड़ने तक सीमित है। रसूखदार एवं प्रशासन में पकड़ रखने वालों का अतिक्रमण अतिक्रमण नहीं कहलाया जाता हम तो वर्षो से इस व्यवस्था को देखते आ रहे है। अतिक्रमण के नामपर भेदभाव और पक्षपात ही किया जाता रहा है।
इंसेट बयान-
अन्शु गुप्ता, नगर प्रचारक आरएसएस
मुख्य समस्या अतिक्रमणकारी व्यापार मंडल है, व्यापार मण्डल प्रयास करे तो प्रशासन की आवश्यकता ही नहीं है। लेकिन प्रशासन डंडा चलाएगा तो यही व्यापार मंडल वाले अपनी नेतागिरी करने आ जाएंगे।
इंसेट बयान-
संदीप खण्डेलवाल, समाजसेवी
चंद लोगों की वजह से पूरी अवाम परेशान होती है, ऐसे लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इंसेट बयान-
त्रिभुवन पाण्डेय, अधिवक्ता
एक बार टीन शेड उतरने पर उससे बड़ा टीन शेड लग जाता है, आलम यह है कि बाजार की हर जगह पर दुकानें आधी सड़को पर लगी है। जिससे जनमानस को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इंसेट बयान-
मोहम्मद हनीफ, ईओ नगर पालिका परिषद
मैं लखनऊ में हूं, कल अतिक्रमण हटा था होल्ंिडग बैनर हटाये गए है। अब रामलीला मैदान प्रकरण चल रहा है, नगर से सारा अतिक्रमण एक साथ हटेंगा।
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परिषदीय स्कूलों में बारात ठहराई तो गुरूजी पर होगी कार्रवाई
पूरनपुर-पीलीभीत। गांव देहात में सदियों से चली आ रही परम्परा को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने चुनौती देते हुए फरमान जारी किया है। अभी तक गांव देहात में शादी होते पर बारात स्कूल में टिकाई जाती रही है। लेकिन अब इस परम्परा पर विराम लगेंगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ इन्द्रजीत प्रजापति ने स्कूल मंे बारात न ठहराने से संबंधित शिक्षकों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किये है।
शहरी क्षेत्र में जहां बारात ठहराने के लिए बारात घर सुसज्जित है। वहीं गांव देहात में आज भी बेटियों की शादी में शरीक होने वाले बारियों के लिए स्वागत पर रात में रूकने की व्यवस्था परिषदीय स्कूलों की जाती है। जिसके घर शादी होती है उसके आग्रह करने पर इंचार्ज अध्यापक विद्यालय की चाबी उसे सौप देता था और सुबह साफ सफाई के उपरांत बाराती स्कूल से चले जाते। लेकिन नई व्यवस्था में परिषदीय स्कूल में बारात ठहराने पर इंचार्ज अध्यापक पर कार्रवाई की गाज गिरेंगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ इन्द्रजीत प्रजापति ने जारी आदेश में स्पष्ट किया है कि प्राइमरी स्कूल, मान्यता/सहयता प्राप्त विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय में बारात ठहराना पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाता है। शिकायत मिलने पर नियम संगत कार्रवाई अमल में लायी जाएंगी।
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मारपीट प्रकरण में राइसमिल का लाइसंेस निलंबित, कर्मचारी को जेल
पूरनपुर-पीलीभीत। बीज गोदाम पर हुई मारपीट के मामले में आखिरकार राइसमिलर्स पर गाज गिर ही गई, इसके साथ ही आरोपी कर्मचारी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया है।
दो दिन पूर्व सिरसा रोड पर मैसर्स शिवा राइस एण्ड पूरनपुर फार्म के बीज गोदाम का निरीक्षण करने गए अधिकारियों के साथ कथित रूप से मिल कर्मचारी द्वारा की गई अभद्रता के बाद कठोर कार्रवाई अमल में लायी गई है। आरोपी युवक शंकर लाल पुत्र मंगरे लाल निवासी कायस्थान के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए उसे गुरूवार को जेल भेजा गया है। इधर, देर शाम को घटना वाले दिन नाराज अधिकारियों ने मैसर्स शिवा राइसमिल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। दो तरफा कार्रवाई के बाद राइसमिलर्स में हड़कम्प मचा हुआ है। आरोप है कि डिप्टी आरएमओ अभिनाश झा एवं मण्डी सचिव सहदेव सिंह के साथ गए नायब तहसीलदार अनुराग सिंह से आरोपी युवक शंकर लाल ने अभद्रता की और विरोध पर पिटाई लगा दी। उधर, आरोपी कमरे में बंद करके पीटने का आरोप लगा रहा है लेकिन अधिकारियों के आगे उसकी एक न सुनी गई।
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